दोनों हाथ खोए तो ढाई साल पहले श्रेया को पुरुष के हाथ लगाए, अब ढाई साल बाद श्रेया के शरीर ने इन हाथों को अपना लिया
दुर्घटना में दोनों हाथ खो चुकी पुणे की श्रेया सिद्दनागौड़ा को डॉक्टरों ने पुरुष के हाथ ट्रांसप्लांट करने की बात कही एक पल वह चौक गई, लेकिन कोई और रास्ता नहीं था, इसलिए उन्होंने सहमति जाता दी श्रेया बताती हैं, ‘नए हाथ बड़े, सांवले और भारी थे। कलाइयां चौड़ी थीं, अंगुलियां पुरुषों की तरह थीं। बाल भी काफी थे।’ अब ढाई साल बाद श्रेया के शरीर ने इन हाथों को अपना लिया है। हाथों का रंग श्रेया के शरीर से मेल खाता है। इन पर बाल नहीं हैं। ये अधिक कोमल हैं। श्रेया की मां सुमा बताती हैं, ‘कोई भांप नहीं सकता कि ये पुरुष के हाथ हैं।’ इस बदलाव से डॉक्टर भी अचंभित हैं।