अगर भाजपा ने शक्तिशाली योगी को मुख्यमंत्री बनाया है तो इसके पीछे जरूर कोई साफ इरादा होगा..
सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों, एक जो बाबरी मस्जिद को फिर से बनाना चाहता है और दूसरा जो इस स्थान को भगवान राम का जन्मस्थान मानता है, को सलाह दी है कि वे मिल-बठकर और आपस में बातचीत के जरिये इस मसले को सुलझाएं। इस सलाह में एक अचरज वाला हिस्सा है कि भारत के सर्वोच्च न्यायाधीश न्यायालय के बाहर समाधान में मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि ‘‘थोड़ा लीजिए और थोड़ा दीजिए। इसे हल करने का प्रयास कीजिए’’। उन्होंने कहा कि यह भावनाओं से जुड़ा मसला है और यहां तक कि वह इससे अलग हो सकते हैं ताकि उनके साथी जज फैसला कर पाएं। मुख्य न्यायाधीश या यूं कहें कि उनके सहयोगी जज मध्यस्थता कैसे कर सकते हैं, क्योंकि उनके पद को तो विवादों से ऊपर माना जाता है? इसके पहले एक हिंदू नेता योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश भाजपा विधायक दल के नेता पद पर भारी मतों से चुने गए और मुख्यमंत्री बनाए गए। बहुमत हासिल करने का श्रेय चाहे प्रधानमंत्री मोदी को या कट्टर हिंदूनेता के रूप में प्रसिद्ध योगी को जाए, इससे यह पता चलता है कि देश में हिंदुत्व की लहर है।