महामारी की मार 7.3% सिकुड़ी जीडीपी, हालांकि, चौथी तिमाही में 1.6% विकास दर
कोरोना महामारी की मार के चलते वित्तीय वर्ष 2020-21 की विकास दर 40 साल में सबसे बड़ी गिरावट शून्य से 7.3 फीसदी नीचे रही है। चार दशकों में अर्थव्यवस्था का यह सबसे खराब दौर है। हालांकि, पिछले साल बुरी तरह चरमराई अर्थव्यवस्था पहली लहर गुजरने के बाद कुछ हद तक संभली। सांख्यिकी व कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने बताया कि 2020-21 की चौथी तिमाही की विकास दर 1.6 फीसदी रही है।
- 1979-80 के बाद यह अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ी गिरावट है। तब सूखे के कारण जीडीपी -5.2 थी।
- 2019-20: भारत की विकास दर 4.2 फीसदी थी। वहीं, बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में चीन की विकास दर रिकॉर्ड 18.3 फीसदी रही थी।
राजकोषीय घाटा 18.21 लाख करोड़
- 2020-21 का राजकोषीय घाटा 18,21,461 करोड़ रहा, जो जीडीपी का 9.3% है। सरकारी अनुमान 9.5% था।
प्रति व्यक्ति आय घटकर 1,28,829
- 2019-20 की तुलना में 20-21 में प्रति व्यक्ति आय चार फीसदी घटकर 1,28,829 रही।