नाबालिग उम्र में बंगाल से अपने हसीन सपनों को साकार करने के लिए एक युवती प्रेमी के साथ दिल्ली चली आई थी। यहां आकर उसे लगा कि उसके सपने उसका पति पूरा जरूर करेगा, जो उसने देखें हैं। लेकिन उसे नहीं पात था कि समय के साथ उसका बच्चा गर्भ में मार दिया जाएगा और उसका पति उसको लॉकडाउन में अकेला छोड़कर चला जायेगा। फिर वह भूखी प्यासी अकेली किराए के मकान में रह जायेगी। अब उसकी मदद के लिए दिल्ली पुलिस आगे आई और उसके सास ससुर को उसे रखने के लिए बोला।
"चार महीने से नहीं दिया किराया, फोन भी बंद। लॉकडाउन के बीच पति सेजल बिना बता कही चला गया है। उसका फ़ोन भी बंद है। 4 महीने से किराया भी नहीं दिया है। मकान मालिक भी किराया मांगता है। सास से बोला तो उसने भी धक्के देकर निकाल दिया। पुलिस चौकी में कई बार आपबीती पुलिस वालों को सुनाई थी। लेकिन उसकी किसी ने सुनवाई नहीं की। गुरुवार को एरिया के एसीपी ने महिला और उसके सास ससुर को बुलाकर उसकी देखभाल करने के लिए बोला और उसे उसके घर भेज दिया।"