जिस पड़ोसी अंकल-आंटी पर उसने सबसे अधिक विश्वास किया था, उन्होंने उसे नरक में धकेल दिया। पहले अपहरण किया। फिर बेचा। बार-बार दरिंदों के हाथों बेचा। इस दौरान 14 वर्षीया किशोरी को 150 बार भोगनी पड़ी। पीड़िता परिवार के साथ गाजियाबाद में रहती है। वह न्यू अशोक नगर के सरकारी स्कूल में छठी की छात्र है। पढ़ाई में कमजोर होने के कारण घर में डांट पड़ती थी। यह बात पड़ोस में रहने वाले दंपती प्रदीप और ज्योति को मालूम थी। 27 अगस्त 2016 को किशोरी घर से स्कूल के लिए निकली, तो डांट का डर दिखा पड़ोसी दंपती ने अगवा कर लिया। इन छह माह में पीड़िता नोएडा, कानपुर और हिसार में देह व्यापार के लिए कई बार बेची गई।